अनार के फायदे और नुकसान
अनार के फायदे और नुकसान
दोस्तों अनार किसे पसंद नहीं है। अनार का छिलका जितना कठोर होता है, अंदर उतना ही स्वादिष्ट होता है और मीठा फल होता है। किसी भी व्यक्ति को, कोई भी रोग हो जाए, लोग उन्हें सबसे पहले अनार का सेवन की सलाह ही दी जाती हैं। डॉक्टर भी कमजोरी दूर करने के लिए, या इलाज के बाद स्वास्थ्य लाभ पाने के लिए, रोगी को अनार खाने के लिए बताये जाते हैं। आपको भी यही पता होगा कि अनार के सेवन से आपकी सेहत को बहुत फायदे मिलते हैं.तो दोस्तों आज हम जानेंगे की, अनार के फायदे और नुकसान क्या क्या है?
जानिए अनार के फायदे और नुकसान
प्यास बार बार लगे तो करे अनार का सेवन।
दोस्तों अनार के फायदे और नुकसान में इसका भी विचार किया जाता है। अगर आपके बच्चोंको प्यास बार बार लगाती है तो आप जीरा, अनारदाना, और नागकेशर ये तिनको अछेसे मिला के चूर्ण बना ले और इसमें शुगर ये हनी मिलके सेवन करे। इससे आपके बच्चोंकी प्यास मिटटी है।
दस्त से परेशान हो तो करे अनार का उपयोग।
दोस्तो अनार के फायदे और नुकसान में दूसरे no. आता है दस्त। अगर आप दस्त से परेशां हो तो आप एक काम कर सकते है की, दोन या तीन अनार के छिल्कोंको ले और उसे अछे तरह से सुखाके उसका चूर्ण बना लीजिये और उस चूर्ण को सुभह शाम पानी के साथ ले। ऐसा करनेसे आपको दस्त से रहत मिलेगा।
दोस्तों अगर आप दस्त से परेशान हो तो अनार का छिल्का उसके बराबर के मात्रा में जायफल का चूर्ण और उसमे 250 मिग्रा केसर ये सब का अच्छेसे मिश्रण बना ले सबको पीस ले और हनी के साथ खा लीजिये। इससे आपको दस्त में राहत मिलेगा।
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पेट में कीड़े की समस्या को करे दूर।
दोस्तों अगर पेट के कीड़े की समस्या हो तो आप अनार के पत्तो को अच्छी तरह से सूखा ले और सूखने के बाद अच्छे से बारीक़ पीस ले और रोज एक बार छांछ के साथ ले अगर आप छांछ पीते नहीं तो पानी में मिक्स करके पि सकते है।
गंजेपन का अच्छा इलाज
अनार के फायदे और नुकसान में अब हम जानेंगे बाल झड़ने की समस्या या गंजे पन की समस्या से परेशान हो तो आप अनार के ताजे पत्तो का जूस और अनार के पत्तो को पीस के उसका पेस्ट बनाके उसमे आधा लीटर सरसो का तेल ले सब मिलकर अच्छी छान ले और रोज बालो को लगाए इससे आपकी गंजा पण की समस्या दूर हो जाएगी। और आप के बाल झड़ना बंद हो जायेगा।
चेहरे की दाग धब्बे की समस्या
दोस्तों सबको लगता है की हम सबसे सुन्दर दिखे लेकिन अपने चेहरे पे दाग धब्बे की समस्या है तो सबके सामने जाने में शर्म सी लगती है। लेकिन आज हमने इस समस्या को दूर करने के लिए कुछ उपाय बताएँगे। दोस्तों आप अनार के ताजे पत्ते का जूस ले और कुछ पत्तो को पीस ले और इसमें सरसो का तेल मिक्स करे सरसो का तेल थोड़ा गर्म करे। थंडा होने के बाद आप अपने चेहरे पे अच्छे से मालिश करे। ऐसा रोज करनेसे आप को दाग धब्बो से रहत मिलेगा।
मुँह में छाले की समस्या से परेशान है तो क्या करे?
दोस्तों मुंह के छाले की परेशानी में अनार का प्रयोग फायदेमंद होता है। अनार के 25 ग्राम पत्तों को 400 मिली पानी में उबालें। जब पानी एक चौथाई बच जाए, तो उससे कुल्ला करें। इससे मुंह के छाले, और अन्य बीमारी भी ठीक हो जाती है।
अनार के छाल का चूर्ण बना लें। इसे मुंह में रगड़ने, या धमासे के पानी के काढ़ा से कुल्ला करने से मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं।
हाथ पाव में सूजन आये तो क्या करे
हाथ-पांव में सूजन होने पर अनार के फायदे ले सकते हैं। 10-12 अनार के ताजे पत्तों को पीसकर, हथेली और पांव के तलवों पर लेप करें। इससे हाथ-पांव की सूजन, तथा हाथ-पांव में पानी लगने की परेशानी ठीक होती है।
त्वचा रोग से परेशान है तो क्या करे?
त्वचा रोग में भी अनार का प्रयोग बहुत फायदा पहुंचाता है। त्वचा संबंधित बीमारी में 250 ग्राम अनार के ताजे पत्तों को, 5 लीटर पानी में उबाल कर काढ़ा बना लें। इस काढ़ा से नहाने से पित्ती संबंधित त्वचा की बीमारी ठीक होती है।
अनार का इस्तेमाल त्वचा में निखार लाने के लिए भी किया जाता है। 1 किग्रा अनार के फल के छिल्के को 4 लीटर पानी में डालकर उबाल लें। जब पानी 1 लीटर रह जाए, तो उसमें 250 मिली सरसों का तेल डालकर पका लें। इस तेल की मालिश करें। कुछ ही दिनों में मांस का ढीलापन दूर हो जाता है। चेहरे की झुर्रियां मिटती हैं, तथा त्वचा में निखार आती है।
आप सरसों के तेल की जगह बादाम रोगन का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
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हिचकी का इलाज क्या है? (अनार के फायदे और नुकसान)
अनार के फायदे हिचकी की परेशानी में मिलते हैं। इसके लिए 20 मिली अनार के रस में छोटी इलायची के बीज, वंशलोचन, सूखा पुदीना, जहरमोहरा खताई मिला लें। इसके साथ ही अगरु 1-1 ग्राम, तथा 500 मिग्रा पिप्पली मिलाकर बारीक चूर्ण बना लें। इसे आवश्यकतानुसार थोड़ी-थोड़ी चाटने से हिचकी ठीक हो जाती है।
नींद न आने की समस्या से परेशान है तो क्या करे?
जो व्यक्ति नींद ना आने की परेशानी से पीड़ित हैं, वे 20 ग्राम अनार के ताजे पत्ते लेकर, 400 मिली पानी में उबालें। जब पानी 100 मिली शेष रह जाए, तो इसमें गर्म दूध मिलाकर पिएं। इससे नींद ना आने की परेशानी खत्म होती है।
घाव सूखने के लिए क्या करे? (अनार के फायदे और नुकसान)
दोस्तों अनार के फूलों की कलियों को सुखा लें, और पीसकर भस्म बना लें। इसे चोट पर डालने से घाव शीघ्र ठीक हो जाते हैं।
अनार के 50 ग्राम पत्तों को 1 लीटर पानी में काढ़ा बना लें। जब काढ़ा एक चौथाई बच जाए, तो इससे घावों को धोने से विशेष लाभ होता है।
सिर दर्द से राहत पाने के लिए करे अनार का उपयोग
अनार के फायदे और नुकसान में अब हम जानेंगे की सिर दर्द में आराम पाने के लिए अनार के आधा किलो पत्तों को छाया में सुखा लें। इसमें सूखी धनिया मिलाकर महीन चूर्ण बना लें। इसमें 250 ग्राम गेहूं का आटा मिलाएं, और गाय के घी में भून लें। जब यह ठंडा हो तो, इसमें 1 किलो खांड मिला लें। इसे 50 ग्राम की मात्रा में सुबह और शाम गर्म दूध के साथ तक सेवन करें। इससे सिर दर्द से राहत तो मिलती ही है, साथ ही सिर के चकराने की बीमारी भी दूर होती है।
अनार की छाल को पीसकर लेप करने से भी सिर दर्द, या आधासीसी में लाभ होता है।
दांत का दर्द
दोस्तों दांतों के दर्द में अनार, तथा गुलाब के सूखे फूल को पीस लें। इससे मंजन करें। इससे मसूड़ों से पानी आना बन्द हो जाता है।
केवल अनार की कलियों के चूर्ण का मंजन करें। इससे मसूड़ों से खून आना तो बंद होता ही है, साथ ही दांत का दर्द खत्म हो जाता है।
दांत हिलते हैं तो मीठे अनार के 8-10 पत्तों को छाया में सुखाकर पीस लें। इस चूर्ण का मंजन करने से दांतों के हिलने की परेशानी में लाभ होता है।
अनार का रस प्रोस्टेट कैंसर के इलाज में सुधार करने में मदद कर सकता है
एक अध्ययन में पाया गया कि प्रोस्टेट कैंसर का इलाज करने वाले पुरुषों ने रोजाना आठ औंस अनार का रस पिया,
इस दौरान पीएसए का स्तर लगभग 4 गुना स्थिर रहा।
अध्ययन में 50 पुरुषों को शामिल किया गया जिन्होंने सर्जरी की या प्रोस्टेट-विशिष्ट एंटीजन (पीएसए) में तेजी से वृद्धि हुई,
एक बायोमार्कर जो कैंसर की उपस्थिति का संकेत देता है।
“डबल टाइम,” पीएसए के स्तर को दोगुना होने में लगने वाला समय है,
जो प्रोस्टेट कैंसर में एक महत्वपूर्ण लक्षण है जो इंगित करता है कि कैंसर प्रगति कर रहा है।
दोगुने से कम समय वाले मरीजों में कैंसर से मरने की संभावना अधिक होती है।
अध्ययन में दोहरीकरण का समय 15 महीने से बढ़कर 54 महीने हो गया।
अन्य शोधों से पता चला है कि अनार का अर्क एपोप्टोसिस को प्रेरित करके प्रोस्टेट कैंसर कोशिकाओं के प्रसार को कम कर सकता है।
अनार सूजन से लड़ने में मदद कर सकता है (अनार के फायदे और नुकसान)
अनार में शक्तिशाली विरोधी भड़काऊ गुण होते हैं और इसका उपयोग वैकल्पिक चिकित्सा में सूजन की स्थिति के इलाज के लिए किया जाता है।
एक अध्ययन में पाया गया कि अनार के अर्क का सेवन सूजन पैदा करने वाले रसायनों के उत्पादन को कम करने में मदद करता है।
परिणाम बताते हैं कि अनार का अर्क तीव्र सूजन की स्थिति में राहत प्रदान कर सकता है।
अध्ययन के लिए खरगोशों को अनार के रस के 175 मिलीलीटर के बराबर अनार का अर्क दिया गया।
अनार का अर्क खाने के बाद और अनार का अर्क लेने से पहले लिए गए नमूनों की तुलना में रक्त के नमूनों के एंटीऑक्सीडेंट स्तर को मापा गया।
अनार के अर्क का सेवन करने के बाद लिए गए नमूनों में अनार के अर्क का सेवन करने से पहले लिए गए नमूनों की तुलना में एंटीऑक्सिडेंट का स्तर काफी अधिक था।
भड़काऊ प्रोटीन, विशेष रूप से साइक्लोऑक्सीजिनेज -2 की गतिविधि में भी उल्लेखनीय कमी आई।
उपास्थि पृथक कोशिकाओं द्वारा उत्पादित प्रो-भड़काऊ यौगिकों के उत्पादन में भी कमी आई थी।
अन्य शोध से पता चला है कि मधुमेह वाले लोग जो प्रतिदिन 250 मिलीलीटर अनार के रस का सेवन करते हैं,
उनमें इंटरल्यूकिन -6 और सीआरपी भड़काऊ मार्करों में कमी आई है।
अनार ऑस्टियोआर्थराइटिस में कार्टिलेज को कम करने में मदद कर सकता है
वर्तमान ऑस्टियोआर्थराइटिस उपचार सीमित प्रभावकारिता प्रदान करते हैं
और रोग की प्रगति और संयुक्त विनाश को कम करते हैं।
अनार में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो विभिन्न बीमारियों के उपचार के लिए संभावित रूप से लाभकारी चिकित्सा हो सकती है।
एक अध्ययन के अनुसार, अनार का अर्क ऑस्टियोआर्थराइटिस में योगदान करने वाले एंजाइम को अवरुद्ध कर सकता है।
अध्ययन ने प्रो-इंफ्लेमेटरी प्रोटीन अणु इंटरल्यूकिन -1 बी (आईएल -1 बी) के खिलाफ अनार के अर्क की प्रभावशीलता को देखा,
जो ऑस्टियोआर्थराइटिस कार्टिलेज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अन्य भड़काऊ अणुओं द्वारा अधिक उत्पादित प्रोटीन अणुओं में मैट्रिक्स मेटालोप्रोटीन,
ऊतक रीमॉडेलिंग के लिए आवश्यक कसकर विनियमित एंजाइम शामिल हैं।
एमएमपी का अधिक उत्पादन कार्टिलेज को नुकसान पहुंचाता है
जिसके परिणामस्वरूप संयुक्त विनाश और क्षति होती है।
अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि अनार उपास्थि कोशिकाओं में एमएमपी एंजाइमों के अतिउत्पादन को रोकता है।
अनार दिल के दौरे के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है
शोध से पता चला है कि अनार का रस हृदय रोग के लिए भड़काऊ मार्करों के स्तर में सुधार कर सकता है।
अध्ययन के लिए चूहों को उच्च कैलोरी, मोटे आहार पर अनार का रस दिया गया।
शोधकर्ताओं ने तब भौतिक मार्करों को मापा जो हृदय से संबंधित स्थितियों जैसे कोलेस्ट्रॉल के स्तर,
रक्तचाप और सूजन का संकेत देते हैं।
परिणामों से पता चला कि अनार का रस खराब एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को 39% तक कम कर देता है और
अच्छे एचडीएल कोलेस्ट्रॉल को 27% बढ़ा देता है, जिससे हृदय रोग का खतरा 12% -18% कम हो जाता है।
चूहों ने रक्तचाप में 24% की कमी के साथ-साथ रक्त वाहिका सूजन के स्तर में कमी का भी अनुभव किया।
एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि उच्च ट्राइग्लिसराइड के स्तर वाले व्यक्तियों ने रोजाना 800 मिलीग्राम अनार के बीज का तेल
लेने से ट्राइग्लिसराइड्स में उल्लेखनीय कमी के साथ-साथ ट्राइग्लिसराइड में एचडीएल अनुपात में सुधार का अनुभव किया।
अनार उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है
- अनार का रस एक एसीई (एंजियोटेंसिन-परिवर्तित एंजाइम) अवरोधक के रूप में कार्य करके रक्तचाप को कम करता है।
- उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए दवाएं जैसे लिसिनोप्रिल एसीई अवरोधक हैं
- और एंजियोटेंसिन की गतिविधि को कम करके कार्य करती हैं,
- एक पेप्टाइड हार्मोन जो रक्तचाप में वृद्धि का कारण बनता है।
- एसीई का निषेध रक्त वाहिकाओं को आराम करने और खोलने में मदद करता है,
- जिससे रक्तचाप कम होता है जिससे अधिक ऑक्सीजन और रक्त हृदय तक पहुंच पाता है।
- शोधकर्ताओं ने उच्च रक्तचाप से ग्रस्त व्यक्तियों को प्रतिदिन 50 मिलीलीटर अनार का रस दिया।
- 70% प्रतिभागियों ने एसीई गतिविधि में 36% औसत कमी और
- सिस्टोलिक रक्तचाप में सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण 5% की कमी का अनुभव किया।
- आठ नैदानिक परीक्षणों की समीक्षा में पाया गया है
- कि अनार के रस का सेवन सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप को कम करता है
- एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि
- उच्च रक्तचाप वाले व्यक्तियों ने 2 सप्ताह तक प्रतिदिन 150 मिलीलीटर अनार के रस का सेवन
- करने के बाद रक्तचाप को काफी कम कर दिया
अनार खाने से क्या क्या नुकसान है?
वैसे देखा जाये तो अनार खाने के ज्यादा नुकसान नहीं है।
- खांसीः जो लोग खांसी से परेशान है। वो लोग अनार का सेवन ना करें अनार से दुरी बनाये रखे. …
- पाचनः जिन लोगों को पाचन एसिडिटी की समस्या से परेशान है. उन्हें अनार का सेवन नहीं करना चाहिए. …
- स्किनः अगर आपको स्किन से संबंधित कोई भी परेशानी है तो आप अनार से जितना दूर रहे उतना अच्छा है।
- अनार का सेवन करने से बचें. …
- लो ब्लड प्रेशरः जो लोग लो ब्लड प्रेशर से परेशान है। वो लोग भी अनार खाने से बचे।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (अनार के फायदे और नुकसान)
अनार का जूस पीने से क्या नुकसान होता है?
- दोस्तों अनार के फायदे और नुकसान में आज हम जानेंगे की अनार का जूस पिने से क्या नुकसान होता है।
- दोस्तों अगर आप को इन्फ्लूएंजा, खांसी और कब्ज से पीड़ित हो तो
- अनार का रस नहीं पीना चाहिए।
- खुद डॉक्टर खाने के लिए मना करता है।
- अनार का जूस पिने से बीपी कम होता है क्योकि, अनार के रस में कुछ एंटीऑक्सीडेंट होते है.
- जिन लोगों को अनार से एलर्जी है उनको इसके रस के सेवन से भी बचना चाहिए।
अनार ठंडा होता है क्या? (अनार के फायदे और नुकसान)
- दोस्तों अनार की तासीर तो ठंडी होती है इसलिए ये शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को धीमा करने का काम कर सकता है,
- जिससे बीपी एकदम से गिर सकता है।
- अगर आप किसी तरह की मानसिक परेशानी से जूझ रहे हैं और इसके लिए दवाई भी खा रहे हैं,
- तो आपको अनार बिलकुल नहीं खाना चाहिए।
अनार का जूस पीने के फायदे और नुकसान
दोस्तों अनार के फल, फूल, पत्ती सभी सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
अगर लोगोंको कोई भी बीमारी होती है तो ज्यादातर अनार का जूस पिने के लिए बताते है।
इससे मरीज जल्दी ठीक होता है। क्योंकि इसमें बहुत से विटामिन और खनिज होते है।
अनार खाने से त्वचा की सुंदरता बढ़ाता है और
कैंसर जैसे बड़ी बीमारी को ठीक करने में मदद करता है।
दोस्तों अनार के रस पीने से शरीर की कमजोरी दूर होती है।
खाली पेट अनार खाने से क्या होता है? (अनार के फायदे और नुकसान)
अनार के जूस का या अनार का सेवन खाली पेट ही किया जाना सबसे अच्छा माना जाता है ।
बह के वक्त अनार खाना आपकी सेहत के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद होता है।
अनार में पर्याप्त मात्रा में शुगर और विटामिन पाएं जाते हैं,
जो किसी को भी स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
अनार में पौष्टिक तत्व आपके दिन को स्वस्थ शुरुआत देते हैं।