Amrud // जानीये इसके फायदे और नुकसान
Amrud: जानीये इसके फायदे और नुकसान
अमरूद (Amrud) क्या है ?
Amrud अमरूद एक भारत में मिलने वाला साधारण फल है। ज्यादा से ज्यादा घरों या ग्रामीण इलाकों में इसके पेड़ मिल जाते हैं। ऐसा कहना है की, अमेरिका से यहाँ पुर्तगीज लोगों द्वारा लाया गया है तथा साथ ही साथ यह भी कहते है कि अमरूद का पेड़ (Guava Tree) भारतवर्ष के कई स्थानों पर जंगलों में होता है।
अमरूद (Amrud)एक भारत में मिलने वाला साधारण फल है। ज्यादा से ज्यादा घरों या ग्रामीण इलाकों में इसके पेड़ मिल जाते हैं। कुछ विद्वानों का कहना है कि इसे अमेरिका से यहाँ पुर्तगीज लोगों द्वारा लाया गया है तथा साथ ही साथ यह भी कहते है कि अमरूद का पेड़ (Guava Tree) भारतवर्ष के कई स्थानों पर जंगलों में होता है।
Amrud के पत्तों को पानी में पकाकर काढ़ा बना लें। इस काढ़े में नमक मिलाकर मुँह में चार से पांच मिनट तक रख कर कुल्ला करने से मुख के घाव, मुखगत रक्तस्राव में फायदा प्राप्त होता है और दाँत तंदुरुस्त रहते हैं।
हृदय रोगों से बचाव –(Amrud)
अमरूद फलों के बीज निकाल कर बारीक-बारीक काटकर शक्कर मिलाकर, धीमी आंच पर चटनी बनाकर खाने से हृदयविकार तथा कब्ज में लाभ होता है।
Amrud से उल्टी रोकने में मदत –
अगर आपको उल्टियां हो रही हैं तो अमरूद के उपयोग से आप उल्टियां रोक सकते हैं. इसके लिए अमरूद के पत्तों का काढ़ा 10 मि.ली. पिने से उल्टी बंद हो जाती है।
अमरूद से प्यास कम होने में मदद –(Amrud)
guava के छोटे-छोटे टुकड़े बनाकर पानी में डाल दें। कुछ देर बाद इस पानी को पीने से मधुमेह या बहुमूत्रजन्य प्यास में लाभ मिलता है।
अमरूद का सेवन करने से कब्ज से छुटकारा
सुबह -सुबह अमरूद को नाश्ते में काली मिर्च, काला नमक तथा अदरख के साथ खाने से बदहजमी, खट्टी डकारें, पेट फूलना तथा कब्ज का निवारण होकर भूख बढ़ने लगेगी।
दोपहर खाने के समय अमरूद को खाने से आंत के दर्द तथा अतिसार में लाभ होता है।
अमरूद के गुण का लाभ मिलने के लिए सही मात्रा में सेवन करना बहोत ज़रूरी होता है।
पेट दर्द में भी लाभकारी है अमरूद-
पेट दर्द यदि आपको एसिडिटी के कारण है और साथ ही पेट में अगर जलन हो रही है
तो अमरुद के पत्ते का काढ़ा आपके लिए फायदेमंद हो सकता है
क्योकि इसमें क्षरीयता का गुण पाया जाता है जो कि एसिडिटी को कम कर पेट में आराम देता है।
अमरुद का फल कब्ज के कारण होने वाले पेट दर्द में कब्ज को दूर कर आराम देता है।
ठंडक के लिए अमरूद का उपयोग करे –
शरीर में ठंडक लाने के लिए अमरुद का सेवन एक अच्छा उपाय है। क्योंकि अमरुद की तासीर ठंडी होती है इसलिए इसका सेवन शरीर को ठंडक प्रदान करने वाला होता है।
हीमोग्लोबिन की कमी दूर करने में मदत करता है अमरूद –
अगर आपको हीमोग्लोबिन की कमी है तो अमरुद का सेवन फायदेमंद होता है क्योंकि अमरुद में आयरन की मात्रा भरपूर होती है।
अमरूद से मुँह का दुर्गंध दूर होता है –
अमरुद के पत्ते त्वचा के निखार के लिए भी प्रयोग किये जाते है।
अमरुद की पत्तियों का लेप कील-मुहासों को दूर करके त्वचा पर निखार लाता है
क्योंकि इनमें कषाय गुण पाया जाता है जो त्वचा की गंदगी दूर करता है
और तैलीय तत्व को नियंत्रित कर pimple को आने से रोकता है।
अमरूद से खूनी बवासीर से आराम मिलता है
5-10 ग्राम अमरूद की छाल के चूर्ण को उसके ही काढ़े के साथ सेवन करने से बवासीर के कारण होने वाले रक्तस्राव तथा खुजली कम होता है। अमरूद के गुण का लाभ मिलने के लिए सही मात्रा में सेवन करना बहोत ज़रूरी होता है।
अमरूद से गठिया में फायदेमंद –
अमरूद के कोमल पत्तों को पीसकर गठिया के दर्द वाले स्थानों पर लेप कर के लगाने से लाभ होता है।
मानसिक रोगों में भी फायदेमंद है अमरूद (Amrud)
अमरूद के पत्तो के काढ़े का सेवन करने से मस्तिष्क विकारों तथा किडनी की जलन का शमन होता है।
अमरूद से बुखार भी कम होता है –
अगर आप बुखार से तड़प रहे हैं तो अमरूद के कोमल पत्तों को पीस-छानकर पिलाने से बुखार से आराम मिलता है।
एसिडिटी को भी दूर करता है अमरूद-
अमरूद के बीज निकालकर पीसकर गुलाब जल और
मिश्री मिला कर पीने से अत्यंत बढ़े हुए एसिडिटी में आराम होता है।
अमरूद (Amrud) के नुकसान –
गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को विशेष रूप से अमरूद के ज्यादा प्रयोग से बचना चाहिए,
क्योंकि इनमें ज्यादा fiber होने की वजह से महिलाओं को डायरिया होने की संभावना रहती है।
अमरूद का सेवन कैसे करना चाहिए –
अमरूद को आप फल के रूप में भी खा सकते हैं। अगर आप इसका औषधीय उपयोग करना चाहते हैं
तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही उपयोग करें।
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